NEET Exam Results Update नीट (NEET) परीक्षा परिणाम को लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा लिए गए ताजा निर्णय के बारे में जानने के लिए यह लेख पढ़ें। नीट परिणाम में हुई गड़बड़ी और उसके परिणामस्वरूप मचे हंगामे के बीच, एजेंसी ने छात्रों के लिए महत्वपूर्ण अपडेट जारी किए हैं।
NEET Exam Result
नीट परीक्षा के परिणाम घोषित होने के बाद कई छात्रों ने गड़बड़ी की शिकायत की थी। मुख्य रूप से यह गड़बड़ी कुछ परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्रों के गलत वितरण के कारण हुई थी। इसके चलते छात्रों के परिणाम प्रभावित हुए थे और देश भर में हंगामा मच गया था।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी
इस विवाद को सुलझाने के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि परीक्षा में किसी प्रकार की अनियमितता नहीं हुई है और पेपर लीक होने की अफवाहें निराधार हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि परिणामों में कोई व्यापक परिवर्तन नहीं किया जाएगा।
एजेंसी ने बताया कि कुछ केंद्रों पर समय की बर्बादी और प्रश्नपत्रों के गलत वितरण के कारण प्रभावित छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं। हालांकि, यह ग्रेस मार्क्स केवल 1600 छात्रों के लिए है, जिन्होंने इन छह केंद्रों पर परीक्षा दी थी।
शिक्षा विभाग ने इस मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया है, जिसकी अध्यक्षता यूपीएससी के पूर्व अध्यक्ष करेंगे। यह समिति एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी और इसी के आधार पर आगे के निर्णय लिए जाएंगे। समिति इन 1600 छात्रों के लिए दिए गए ग्रेस मार्क्स और समय की बर्बादी की जांच करेगी और आवश्यकता पड़ने पर इनका परिणाम संशोधित किया जा सकता है।
NEET Exam Results Update
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने स्पष्ट किया कि इस गड़बड़ी का एमबीबीएस, बीडीएस और अन्य मेडिकल कॉलेजों के प्रवेश प्रक्रिया पर कोई असर नहीं पड़ेगा। 23 लाख छात्रों में से केवल 1600 छात्रों को प्रभावित करने वाली इस समस्या का समाधान समिति की सिफारिशों के आधार पर किया जाएगा।
समिति ने अपनी प्रारंभिक बैठक में विभिन्न विवरणों का विश्लेषण किया है। केंद्र और सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद, समिति ने निष्कर्ष निकाला कि कुछ केंद्रों पर समय की बर्बादी हुई है और छात्रों को मुआवजा मिलना चाहिए। इसके आधार पर, कुछ छात्रों को अतिरिक्त अंक दिए गए हैं, जिससे उनकी चिंताएँ बढ़ गई हैं।
फाइनल निर्णय
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारी सुबोध कुमार ने स्पष्ट किया कि समय की बर्बादी के कारण कुछ छात्रों को मुआवजा दिया गया है। लेकिन यह समस्या केवल 6 केंद्रों तक सीमित रही है और इससे केवल 1600 छात्र ही प्रभावित हुए हैं। इसके चलते परीक्षा को फिर से आयोजित करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे अपने परिणामों को लेकर चिंतित न हों और समिति की सिफारिशों का इंतजार करें। जिन छात्रों को ग्रेस मार्क्स मिले हैं, उनके परिणामों की पुनः समीक्षा की जा सकती है, लेकिन यह समिति के निर्णय पर निर्भर करेगा।